Review Overview
ग्वालियर। राजीव आवास योजना की लॉटरी में मकान नहीं मिलने से खफा महिलाओं ने न सिर्फ हंगामा कर एक लैपटॉप तोड़ दिया बल्कि एक महिला लीला जाटव ने नगर निगम के नोडल अधिकारी (पीआईयू) पवन सिंघल पर चप्पल से हमला बोल दिया। उन्होंने बीचबचाव के लिए आगे आए नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित को भी चप्पल मार दी। जब निगम कर्मचारी पुरुषोत्तम यदुवंशी ने उसे रोकना चाहा तो उसे भी चप्पल मारीं।
स्थिति यह बनी कि महिलाओं से बचने के लिए अफसर मंच से उतरकर भागे। इसी दौरान महिलाएं जनकार्य विभाग के अधीक्षण यंत्री प्रदीप चतुर्वेदी की ओर लपकीं, उन्हें भी बचने के लिए मौके से भागना पड़ा। घटना गुरुवार दोपहर बाल भवन में हुई। नोडल अधिकारी पवन सिंघल ने बताया कि निर्धारित जगह पर लॉटरी न निकलने पर महिलाएं भड़क गईं और मारपीट की। ऐसा नहीं होना चाहिए था,निगम आवास दे रहा है लेकिन कुछ लोगों को भ्रमित कर निर्धारित जगह आवास देने का वादा किया गया है, एफआईआर करा दी है।
तीन स्थानों पर बनाए गए हैं 450 आवासों
यहां तीन स्थानों पर बनाए गए 450 आवासों का आवंटन लॉटरी के जरिए होना था। इसके लिए दो बास्केट रखी गईं। एक में हितग्राही के नाम की पर्ची और दूसरे में मकान नंबर की पर्ची लिखकर डाली गईं थीं। लॉटरी उठाने वाले बच्चे को हितग्राही के नाम की पर्ची के बाद मकान नंबर की पर्ची उठाना थी।
इस प्रक्रिया में महलगांव के 188 और शर्मा फार्म हाउस-2 की साइट पर बने 20 मकानों का आवंटन शांतिपूर्ण तरीके से हो गया, लेकिन जब शर्मा फार्म-1 के 85 मकानों का आवंटन शुरू हुआ, तभी लीला जाटव और उनके साथ आईं महिलाएं मंच पर चढ़ गईं। उन्होंने निगम कर्मचारी संतोष शर्मा का लैपटॉप तोड़ दिया। कर्मचारी शैलेंद्र सहित एक अन्य का मोबाइल छीन लिया। वे आगे बढ़ीं और चिल्लाने लगीं कि मनमर्जी से आवंटन हो रहा है।
नियमों का पालन नहीं किया गया
पहले तय किया गया था कि पहले आओ, पहले पाओ पर आवंटन मिलेगा। इसका पालन नहीं किया जा रहा है। महिलाओं का आरोप था कि लॉटरी में नीचे की पर्चियों को नहीं उठाया जा रहा था। जबकि निगम के अधिकारियों का कहना है कि बच्चे से पर्चियों को उठवाया जा रहा है। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहीं महिलाओं सहित भीड़ को बाल भवन से निकाला गया। इसके बाद आवास आवंटन की प्रक्रिया बंद कर बाल भवन के ऑडिटोरियम पर ताला लगा दिया गया।
ये है मकान पाने की पात्रता
राजीव आवास योजना में आवास की कीमत तीन लाख 50 हजार रुपए है। यह आवास सिर्फ डेढ़ लाख रुपए में दिया जा रहा है। यह डेढ़ लाख पहले जमा करा लिए जाते हैं। यह आवास उन्हें ही मिलता है जो गंदी बस्ती में निवासरत हैं और आय तीन लाख रुपए सालाना से कम है।