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मिनी राफेल की पुनरावृत्ति, अंबानी का 175 करोड़ माफ

मुंबई। नागरिकों की सेवा करने के नाम पर अंधेरी स्थित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल को सरकार द्वारा भूखंड दिया गया था, लेकिन अस्पताल द्वारा व्यापार किए जाने का मामला सामने आया है। इसके बाद मुंबई उपनगर जिलाधिकारी ने इस अस्पताल पर 175 करोड़ रुपए का जुर्माना भरने का आदेश दिया था। उसके बाद राज्य के राजस्व मंत्री ने केंद्र सरकार के दबाव में अस्पताल को संरक्षण देते हुए जुर्माने के आदेश को खारिज कर दिया है। अर्थात अस्पताल को फायदा पहुंचाने की कोशिश किए जाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इससे साफ जाहिर होता है कि एक बार फिर महाराष्ट्र…

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मुंबई। नागरिकों की सेवा करने के नाम पर अंधेरी स्थित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल को सरकार द्वारा भूखंड दिया गया था, लेकिन अस्पताल द्वारा व्यापार किए जाने का मामला सामने आया है।
इसके बाद मुंबई उपनगर जिलाधिकारी ने इस अस्पताल पर 175 करोड़ रुपए का जुर्माना भरने का आदेश दिया था। उसके बाद राज्य के राजस्व मंत्री ने केंद्र सरकार के दबाव में अस्पताल को संरक्षण देते हुए जुर्माने के आदेश को खारिज कर दिया है। अर्थात अस्पताल को फायदा पहुंचाने की कोशिश किए जाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इससे साफ जाहिर होता है कि एक बार फिर महाराष्ट्र में मिनी राफेल की पुनरावृत्ति कर अंबानी को करोड़ों का फायदा पहुंचाया जा रहा है।
गौरतलब है कि मशहूर हॉर्ट स्पेशलिस्ट डॉ. नीतू मांडके के ट्रस्ट मालती वसंत हॉर्ट ट्रस्ट को 14 एकड़ भूखंड अंधेरी में दिसंबर 1997 में दिया गया था। इस भूखंड के लिए मात्र एक रुपए लिया गया था। इस ट्रस्ट के ट्रस्टी नीतू भूखंड पर गरीबों की सेवा करने के लिए अस्पताल बनाना चाहते थे, लेकिन वर्ष 2003 में उनकी मौत के बाद इस भूखंड पर अस्पताल बनाने का कार्य अधूरा रह गया।
वर्ष 2009 में रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप ने इस जगह पर गरीबों की सेवा करने के लिए अस्पताल का निर्माण करने का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद मालती वसंत हॉर्ट ट्रस्ट और रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के बीच एग्रीमेंट किया गया। इसके बाद यहां अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हुआ और इसको ‘कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल’ नाम दिया गया।?
अस्पताल ने सेवा नियमों का किया उल्लंघन अस्पताल का वर्ष 2014 में मुंबई उपनगर के जिलाधिकारी ने दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि सेवा करने के लिए नाममात्र की दर पर दिए गए अस्पताल के भूखंड पर अंबानी ग्रुप द्वारा गिफ्ट शॉप, स्पॉ और खाने-पीने के सामान बेचे जा रहे हैं। इसका इस्तेमाल कमर्शियल रूप से किया जा रहा है। इसके साथ ही इस पर कैग की रिपोर्ट में भी बताया गया था कि इस अस्पताल में सेवा नियमों का उल्लंघन किया गया है। इसके बाद जिलाधिकारी ने अस्पताल पर 174.88 करोड़ रुपए का जुर्माना भरने का आदेश दिया।
राजस्व मंत्री ने जुर्माने के आदेश को किया रद्द जिलाधिकारी और कैग रिपोर्ट में कोकिलाबेन अस्पताल में नियमों को दरकिनार कर कमर्शियल तरीके से इस्तेमाल करते पाए जाने के बाद जुर्माना भरने का आदेश दिया गया था। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल के पास जुर्माना माफ करने की अपील की गई। अपील के बाद राजस्व मंत्री ने एक झटके में जिलाधिकारी और कैग रिपोर्ट को दरकिनार करते हुए आदेश को रद्द कर दिया।
कौन थे डॉ. नीतू मांडके? डॉ. नीतू मांडके देश के मशहूर हॉर्ट स्पेशलिस्ट थे। उन्होंने शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे सहित देश के कई मशहूर लोगों के हॉर्ट सर्जरी किया। उन्होंने ठाकरे की हॉर्ट सर्जरी के बाद गरीबों के लिए सेवा करने के उद्देश्य से अस्पताल का निर्माण करने की इच्छा जताई थी। उसके बाद ठाकरे ने नीतू को अस्पताल का निर्माण और गरीबों की सेवा करने के लिए एक रुपए की दर से 14 एकड़ का भूखंड दिलाया। इस अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हुआ, लेकिन कार्य पूरा होने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई।

मुंबई। नागरिकों की सेवा करने के नाम पर अंधेरी स्थित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल को सरकार द्वारा भूखंड दिया गया था, लेकिन अस्पताल द्वारा व्यापार किए जाने का मामला सामने आया है। इसके बाद मुंबई उपनगर जिलाधिकारी ने इस अस्पताल पर 175 करोड़ रुपए का जुर्माना भरने का आदेश दिया था। उसके बाद राज्य के राजस्व मंत्री ने केंद्र सरकार के दबाव में अस्पताल को संरक्षण देते हुए जुर्माने के आदेश को खारिज कर दिया है। अर्थात अस्पताल को फायदा पहुंचाने की कोशिश किए जाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इससे साफ जाहिर होता है कि एक बार फिर महाराष्ट्र…

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