शासकीय भूमि पर कब्जा, बने तीन दर्जन मकान
ग्वालियर। शासकीय भूमि पर कब्जा और मकान बनाकर उसमें रहने की प्रवृति लगातार बढ़ती जा रही है, जिसमे छोटे तबके के गरीब लोगों से लेकर बड़े बड़े रसूखदारों का नाम लगातार सामने आता रहता है। कुछ ऐसा ही नजारा थाटीपुर में भी चल रहा है। जहां शासकीय कर्मचारियों की नजरों के सामने ही शासकीय भूमि पर मकान बना लिये गये। थाटीपुर क्षेत्र के शासकीय कर्मचारियों वाले आवासों में से एन ब्लॉक के पीछे कई मकान बने हुये है। यह मकान पूरी तरह शासकीय भूमि पर बनाये गये हैं। जिसके चलते यहां के मकान मालिकों के पास कागजात भी नहीं है…
User Rating: Be the first one !
ग्वालियर। शासकीय भूमि पर कब्जा और मकान बनाकर उसमें रहने की प्रवृति लगातार बढ़ती जा रही है, जिसमे छोटे तबके के गरीब लोगों से लेकर बड़े बड़े रसूखदारों का नाम लगातार सामने आता रहता है। कुछ ऐसा ही नजारा थाटीपुर में भी चल रहा है। जहां शासकीय कर्मचारियों की नजरों के सामने ही शासकीय भूमि पर मकान बना लिये गये।
थाटीपुर क्षेत्र के शासकीय कर्मचारियों वाले आवासों में से एन ब्लॉक के पीछे कई मकान बने हुये है। यह मकान पूरी तरह शासकीय भूमि पर बनाये गये हैं। जिसके चलते यहां के मकान मालिकों के पास कागजात भी नहीं है और वहां पर रहने वाले लोगों द्वारा शासकीय कर्मचारियों का नाम भी लिया जाता है। जिन्होंने उनको इन मकानों में वर्षों से रखा है और किराया वसूल रहे हैं। इस शासकीय भूमि पर लगभग 20 से 25 मकान बने हुये हैं। कलेक्टर अनुराग चौधरी के अनुसार मैं दिखवाता हूं और अगर अतिक्रमण हुआ है तो कार्रवाई की जायेगी।
शासकीय भूमि पर कब्जा, बने तीन दर्जन मकान
ग्वालियर। शासकीय भूमि पर कब्जा और मकान बनाकर उसमें रहने की प्रवृति लगातार बढ़ती जा रही है, जिसमे छोटे तबके के गरीब लोगों से लेकर बड़े बड़े रसूखदारों का नाम लगातार सामने आता रहता है। कुछ ऐसा ही नजारा थाटीपुर में भी चल रहा है। जहां शासकीय कर्मचारियों की नजरों के सामने ही शासकीय भूमि पर मकान बना लिये गये। थाटीपुर क्षेत्र के शासकीय कर्मचारियों वाले आवासों में से एन ब्लॉक के पीछे कई मकान बने हुये है। यह मकान पूरी तरह शासकीय भूमि पर बनाये गये हैं। जिसके चलते यहां के मकान मालिकों के पास कागजात भी नहीं है…
User Rating: Be the first one !