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मिडिल ईस्ट के चार देश तुर्किये (पुराना नाम तुर्की), सीरिया, लेबनान और इजराइल सोमवार सुबह भूकंप से हिल गए। सबसे ज्यादा तबाही एपिसेंटर तुर्किये और उसके नजदीक सीरिया के इलाकों में देखी जा रही है। तुर्किये के राष्ट्रपति रिसेप तैयब एर्दोग ने जानकारी दी है कि देश में अब तक 912 लोगों की जान जा चुकी है। 5385 लोगों के घायल होने की खबर है। सीरिया में 386 लोग मारे गए और 639 जख्मी हैं। दोनों देशों में मरने वालों की संख्या 1300 से ज्यादा हो गई है। लेबनान और इजराइल में भी झटके महसूस किए गए, लेकिन यहां नुकसान की खबर नहीं है।
भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप शहर था। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा तबाही हुई। इसका असर भी दिख रहा है। दमिश्क, अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में इमारतें गिरने की खबर है। वहीं, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्कीये में आए भूकंप में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की संवेदनाएं तुर्किये के साथ हैं। भारत सरकार मदद के लिए राहत सामग्री के साथ NDRF और मेडिकल टीमों के खोज और बचाव दलों को तुर्की भेज रही है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद 78 आफ्टर शॉक्स रिकॉर्ड किए गए। इन सब की तीव्रता 4 से 6 के बीच रही। पहले भूकंप के बाद आए 7 झटकों की तीव्रता 5 से ज्यादा थी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगले कुछ घंटों और दिनों तक आफ्टर शॉक्स महसूस किए जाएंगे।
तुर्किये में 30 मिनट के अंदर भूकंप के 3 बड़े झटके महसूस किए गए। पहले भूकंप का केंद्र तुर्किये के कहरामनमारस प्रांत के गाजियांटेप शहर से 30 किलोमीटर दूर और जमीन से करीब 24 किलोमीटर नीचे था।लोकल समय के मुताबिक ये भूकंप सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर आया। 6.7 तीव्रता का दूसरा झटका 11 मिनट बाद यानी 4 बजकर 28 मिनट पर आया। इसका केंद्र जमीन से 9.9 किलोमीटर नीचे था। इसके 19 मिनट बाद यानी 4:47 बजे 5.6 तीव्रता का तीसरा भूकंप भी आया। वहीं न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, तुर्किये में दोपहर को भी 7.6 तीव्रता का एक और भूकंप आया है। हालांकि, टर्किश मीडिया ने अब तक इसकी पुष्टि नहीं की है। उसका कहना है कि कम से कम 3 ऑफ्टर शॉक्स ऐसे थे, जिनकी तीव्रता 7 से लेकर 6.7 तक थी। अब तक 78 आफ्टर शॉक्स रिकॉर्ड किए गए हैं।
अंकारा, गाजियांटेप, कहरामनमारस, डियर्बकिर, मालट्या, नूरदगी समेत 10 शहरों में भारी तबाही हुई। यहां 1,710 से ज्यादा बिल्डिंग गिरने की खबर है। कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं। लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। कई इलाकों में इमरजेंसी लागू कर दी गई है।