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ग्वालियर व्यापार मेला दो साल बाद लगने जा रहा है, जिसकी तैयारियों के लिए रविवार को टेंडर जारी कर दिए गए हैं। ई-टेंडर के जरिए आवेदक आवेदन कर सकेंगे। लेकिन इस बार भी परंपरागत तरीके से मेला का आयोजन रहेगा, सैलानियों को नया देखने के लिए शायद ही कुछ मिले। मेला के आकर्षण का केन्द्र केवल आटोमोबाइल सेक्टर ही रहने वाला है। वह भी तब जब परिवहन विभाग रोड टैक्स में 50 फीसद की छूट देगा। यदि यह छूट नहीं मिली तो मेला फीखा रहने वाला है। मेला समितियों का गठन अभी नहीं हो सका, इसलिए कोई भी इस बात का जबाव देने में सक्षम नहीं है कि इस बार नया क्या होगा। हालांकि संभागायुक्त विभागीय अधिकारियों की मेला की तैयारियों के लिए बैठक ले चुके हैं।
मेला सचिव की ओर से रविवार को चार व दो पहिया वाहन पार्किंग, टीन शैड, वेरीकेटिंग, लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट, माइक व्यवस्था, टीनशैड व्यवसायिक, कैंप या टेंट व्यवस्था,किराए से टेक्सी की उपलब्धता, अस्थाई विद्युत फिटिंग एवं सजावट कार्य, सुरक्षा गार्ड की उपलब्धता, फ्लेक्स प्रिंटिंग, मेला परिसर में अस्थाई सीसीटीवी कैमरा लगाना, स्चछता परिसर 2,3,4,5, मंच पर प्रकाश की व्यवस्था, मेला परिसर में साफ सफाई, शिल्प बाजार कीदुकानें बनाने व सजावट कार्य, वाटर लाइन विछाने एवं अस्थाई कनेक्शन तथा सीवर संधारण संबंधी निविदा आमंत्रित की गई है। संभागायुक्त निर्देश पहले ही दे चुके हैं कि मेला की सफाई, सीवर आदि की जिम्मेदारी नगर निगम संभाले। इसके लिए नगर निगम को मेला प्राधिकरण की ओर से भुगतान किया जाएगा। मेला सचिव का कहना है कि इसका भी टेंडर जारी किया गया है। निविदा आने से यह पता चलेगा कि इस काम पर कितना खर्चा आएगा। जिसके मुताबिक नगर निगम को जिम्मेदारी देकर राशि दी जा सके।
ग्वालियर व्यापार मेला भव्य बनाने के लिए मेला प्राधिकरण से लेकर शासन के बीच पिछले सालों में कई बार प्लानिंग की गई। लेकिन इन प्लानिंग को अमलीजामा आजतक नहीं पहनाया जा सका। हर बार मेला की बेहतरी के लिए नई नई घोषणाएं तो हुई पर जमीनी स्तर पर कुछ नहीं हो सका। सह प्रबंधक उद्योग विभाग प्रभारक भारद्वज का कहना है- मेला की तैयारियों के लिए टेंडर तो हो चुका है ।लेकिन जिन सुझाव व प्लानिंग की आप बात कर रहे हैं ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। हालांकि संभागायुक्त प्रगति मैदान की तर्ज पर मेला परिसर में पूरे साल बाजार लगे इसके लिए अफसरों के साथ प्लान कर रहे हैं। मेला समितियों के गठन के बाद जो भी सुझाव आएंगे उसके आधार पर मेला की भव्यता को बढ़ाने का काम किया जाएगा।