4 नवंबर को उठेंगे देव, इस वर्ष विवाह के 46 शुभ मुहूर्त
पंचांगीय गणना के अनुसार 4 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार देवउठनी एकादशी से विवाह आदि मांगलिक कार्यों का शुभारंभ हो जाता है। इस बार देव उत्थापनी एकादशी पर शुभ मुहूर्त नहीं है इसलिए तुलसी शालिग्राम का विवाह भी 5 नवंबर शनि प्रदोष के दिन होगा। वहीं, मांगलिक कार्यों की शुरुआत 24 नवंबर से होगी। धर्मशास्त्र के जानकारों के अनुसार इस वर्ष विवाह के 46 सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त हैं। भारतीय सनातन धर्म परंपरा में संस्कारों का विशेष महत्व बताया गया है। इनमें विवाह, यज्ञोपवीत, चोलकर्म, देव प्रतिष्ठा आदि विशेष हैं। आमतौर पर देवउठनी एकादशी से मांगलिक…
User Rating: 4.69 ( 10 votes)
पंचांगीय गणना के अनुसार 4 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार देवउठनी एकादशी से विवाह आदि मांगलिक कार्यों का शुभारंभ हो जाता है। इस बार देव उत्थापनी एकादशी पर शुभ मुहूर्त नहीं है इसलिए तुलसी शालिग्राम का विवाह भी 5 नवंबर शनि प्रदोष के दिन होगा। वहीं, मांगलिक कार्यों की शुरुआत 24 नवंबर से होगी। धर्मशास्त्र के जानकारों के अनुसार इस वर्ष विवाह के 46 सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त हैं।
भारतीय सनातन धर्म परंपरा में संस्कारों का विशेष महत्व बताया गया है। इनमें विवाह, यज्ञोपवीत, चोलकर्म, देव प्रतिष्ठा आदि विशेष हैं। आमतौर पर देवउठनी एकादशी से मांगलिक कार्यों की शुरुआत मानी जाती है। इस बार 4 नवंबर को देव उठने के बाद से करीब 20 दिन मांगलिक कार्य के शुभ मुहूर्त नहीं हैं। इसलिए 24 नवंबर से विवाह आदि की शुरुआत होगी। धर्म शास्त्र के अभिमत, पंचांग तथा नक्षत्र की गणना एवं भद्रा आदि के विचार को दृष्टिगत रखते हुए कुछ कारणों से इस बार देव प्रबोधिनी एकादशी पर तुलसी विवाह नहीं होगा। तुलसी विवाह के लिए 5 नवंबर को शनि प्रदोष का दिन उपयुक्त है।
जाने किस माह में कितने मुहूर्त
– नवंबर : 24, 25, 26, 28
– दिसंबर : 2, 3, 7, 8, 9, 13
– जनवरी 20, 23, 25, 26, 27, 30, 31
– फरवरी : 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 16, 20, 22, 24
– मार्च : 8, 9
– मई : 1, 2, 3, 10, 11, 15, 16, 20, 21, 29, 30
– जून : 3, 5, 6, 7, 11, 12, 23
4 नवंबर को उठेंगे देव, इस वर्ष विवाह के 46 शुभ मुहूर्त
पंचांगीय गणना के अनुसार 4 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार देवउठनी एकादशी से विवाह आदि मांगलिक कार्यों का शुभारंभ हो जाता है। इस बार देव उत्थापनी एकादशी पर शुभ मुहूर्त नहीं है इसलिए तुलसी शालिग्राम का विवाह भी 5 नवंबर शनि प्रदोष के दिन होगा। वहीं, मांगलिक कार्यों की शुरुआत 24 नवंबर से होगी। धर्मशास्त्र के जानकारों के अनुसार इस वर्ष विवाह के 46 सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त हैं। भारतीय सनातन धर्म परंपरा में संस्कारों का विशेष महत्व बताया गया है। इनमें विवाह, यज्ञोपवीत, चोलकर्म, देव प्रतिष्ठा आदि विशेष हैं। आमतौर पर देवउठनी एकादशी से मांगलिक…
User Rating: 4.69 ( 10 votes)