Home / प्रदेश / मप्र छत्तीसगढ़ / कार्यक्रम में भाग लेने आई रवीना बोली, महिलाओं के प्रति सोच बदले समाज

कार्यक्रम में भाग लेने आई रवीना बोली, महिलाओं के प्रति सोच बदले समाज

भोपाल। कोई महिला यदि अपनी मेहनत से, अपनी योग्यता से आगे बढ़ती है, उन्नति करती है तो कुछ लोग ईर्ष्या वश ये कहते पाये जाते हैं कि जरूर बॉस के साथ चक्कर होगा. हमे समाज की इस सोच को बदलना होगा. यह बात फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन ने राजधानी में आयोजित परिधानिका 2018 में कही. उन्होंने कहा कि महिला हिंसा को रोकने के लिए समाज की मानसिकता में ही नहीं सिस्टम में भी सुधार लाना होगा. रवीना ने बेबाकी से हर मुद्दे पर अपनी बात रखी. लेकिन, उन्होंने अपनी हर बात को महिलाओं पर केंद्रित रखा और कहा कि मैं…

Review Overview

User Rating: 4.65 ( 1 votes)

भोपाल। कोई महिला यदि अपनी मेहनत से, अपनी योग्यता से आगे बढ़ती है, उन्नति करती है तो कुछ लोग ईर्ष्या वश ये कहते पाये जाते हैं कि जरूर बॉस के साथ चक्कर होगा. हमे समाज की इस सोच को बदलना होगा. यह बात फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन ने राजधानी में आयोजित परिधानिका 2018 में कही.
उन्होंने कहा कि महिला हिंसा को रोकने के लिए समाज की मानसिकता में ही नहीं सिस्टम में भी सुधार लाना होगा. रवीना ने बेबाकी से हर मुद्दे पर अपनी बात रखी. लेकिन, उन्होंने अपनी हर बात को महिलाओं पर केंद्रित रखा और कहा कि मैं केवल एक फिल्म अभिनेत्री नहीं हूं, बल्कि अब मैं बच्चों की मां भी हूं. मैंने और मेरे पति ने कभी भी अपने बच्चों को स्टारडम का नशा दिमाग पर नहीं चढ़ने दिया है, उन्हें आम बच्चों की तरह ही परवरिश दे रही हूं. यह बात जरूर है कि मेरे बच्चे मीडिया की नजर से काफी दूर रहते हैं क्योंकि हम नहीं चाहते हैं कि वे अभी इस तरह की दुनिया से रूबरू हों. अभी उनके पढ़ाई लिखाई करने के दिन हैं और हम चाहते हैं कि वह अपनी एजुकेशन पर ध्यान दें
उन्होंने कहा कि महिलाओं को कम आंकने की मानसिकता समाज को बदलनी होगी. उसके लिए जब तक हम अपने मित्रों, अपने बच्चों और लोगों को नहीं समझायेंगे, तब तक लोगों की मानसिकता में परिवर्तन नहीं आएगा. लड़कियों की उन्नति पर कमेंट करने की बजाय उसकी मेहनत और योग्यता से सीखा जाना चाहिए और उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. आज महिलाएं अपनी काबिलियत के बल पर बड़े पदों पर काम कर रही हैं, वक्त बदल रहा है और महिलाएं लगातार समाज में बदलाव भी ला रही हैं. यह दर्शाता है कि महिलाएं लगातार शिक्षित होकर देश में और दुनिया में नए आयाम स्थापित कर रही हैं और यह हमारे समाज के लिए खुशी की बात है.
समाज में बढ़ती दुष्कर्म की वारदातों पर भी रवीना टंडन ने मुखर होकर कहा कि एक साल पहले उन्होंने एक फिल्म की थी, जिसमें ये डायलॉग था कि आप अपना केस वापस ले लीजिए क्योंकि एक बार दुष्कर्म हो गया है, प्रकरण दर्ज होने के बाद आपके साथ कोर्ट-कचहरी में लोगों के सामने, समाज के सामने बार-बार बलात्कार किया जाएगा. ये डायलॉग बताता है कि स्त्री के सामने कैसे हालात बनते हैं. इसे बदलना होगा, सिस्टम में सुधार लाना होगा. उन्होंने कहा कि महिला हिंसा सब जगह है, इसलिए समाज में कहीं न कहीं सुधार लाना है. सिस्टम में सुधार की गुंजाइश है. जो विक्टिम हैं, उसके लिए सिस्टम को बदलना होगा, ताकि वह ऐसी परिस्थितियों से न गुजरे. उन्होंने अपनी आयु को लेकर भी बताया और कहा कि वे कभी अपनी उम्र को छिपाती नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मैं इस समय 45 वर्ष की हो चुकी हूं और मुझे अपनी उम्र बताने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है.

 

भोपाल। कोई महिला यदि अपनी मेहनत से, अपनी योग्यता से आगे बढ़ती है, उन्नति करती है तो कुछ लोग ईर्ष्या वश ये कहते पाये जाते हैं कि जरूर बॉस के साथ चक्कर होगा. हमे समाज की इस सोच को बदलना होगा. यह बात फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन ने राजधानी में आयोजित परिधानिका 2018 में कही. उन्होंने कहा कि महिला हिंसा को रोकने के लिए समाज की मानसिकता में ही नहीं सिस्टम में भी सुधार लाना होगा. रवीना ने बेबाकी से हर मुद्दे पर अपनी बात रखी. लेकिन, उन्होंने अपनी हर बात को महिलाओं पर केंद्रित रखा और कहा कि मैं…

Review Overview

User Rating: 4.65 ( 1 votes)

About Dheeraj Bansal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

x

Check Also

मंत्रियों को पसंद नहीं आ रहीं पुरानी इनोवा, स्टेट गैरेज ने नई गाड़ियां खरीदने वित्त विभाग को भेजा प्रस्ताव

मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट के मंत्रियों को 3 माह पहले उपलब्ध कराई ...