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ग्वालियर में प्रवास पर आए केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को आखिरकार हाथ क्यों जोड़ने पड़े। जब वह कोविड कंट्रोल रूम से VIDEO CALL के जरिए होम आइसोलेट पेशेंट से बात कर रहे थे तो अचानक हंसते हुए हाथ जोड़ने लगे। असल में हुआ यह था कि होम आइसोलेट विक्रांत से सिंधिया ने पूछा था कि अब कैसी हालत है बुखार तो नहीं है। इस पर पेशेंट ने जवाब दिया अरे सर मैं तो चाहता हूं ऐसा कोरोना बुखार रोज-रोज आए जिससे आप से बात करने को मिले। इस पर सिंधिया हंसे और हाथ जोड़कर कहा भैया ऐसा न कहो। भगवान न करे किसी को यह बीमारी हो। इसके बाद वहां कन्ट्रोल रूम में हंसी की ठहाके लग गए। सिंधिया ने एक के बाद एक चार पेशेंट से बात कर उनका हाल जाना और हौसला बढ़ाया।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को ग्वालियर के एक दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने ग्वालियर स्मार्ट सिटी कंपनी के कंट्रोल कमांड सेंटर पहुंचकर होम आइसोलेट कोरोना पेशेंट्स से बात VC के जरिए बात की। सबसे पहले उन्होंने 58 वर्षीय विक्रांत सिंह से बात की। कॉल अटेंड होते ही बोले-कैसे हो विक्रांत मैं कन्ट्रोल कमांड सेंटर से ज्याेतिरादित्य सिंधिया बोल रहा हूं। सामने से जवाब मिला मेरे धन्य भाग्य हैं सर आप सामने हैं। सिंधिया ने पूछा कैसे हो कितने दिन हो गए हैं। विक्रांत ने जवाब दिया 7 दिन हो गए हैं। जब केन्द्रीय मंत्री ने यह कहा कि आपको अब बुखार तो नहीं है इस पर पेशेंट ने कहा कि साहब मैं तो चाहता हूं कि रोज-रोज ऐसा बुखार आए कि इस बहाने आप से बात हुई। इस पर सिंधिया ने सबके सामने हाथ जोड़ते हुए कहा-नहीं भैया ऐसा मत कहो भगवान करे किसी को यह बीमारी न हो। इसके बाद मरीज को ख्याल रखने और ठीक होकर उनसे मुलाकात करने की बात कही।