संपत्तिकर के साथ लगाया कचड़ा कर
ग्वालियर नगर निगम ने फिर कचड़ा कर लगाया। अभी तक डोर टू डोर कचड़ा लेने की व्यवस्था नहीं हुई है इसके बाबजूद संपत्ति कर के साथ जबरन जनता से कचड़ा कर वसूला जा रहा है। ऐसे समय जब कई परिवारों ने कोरोना के कारण अपनों को खोया है। व्यापार बंद रहा या मजदूरों को मजदूरी नहीं मिला। फिर भी कचड़ा कर का भार डालना दुखती रग पर नमक छिड़कने जैसा है। जब तक कचड़ा संग्रहण की सुचारू व्यवस्था ना हों तब तक इसे स्थगित कर वापिस लिया जाना चाहिए अन्यथा जनता आपको माफ नहीं करने वाली.....
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ग्वालियर नगर निगम ने फिर कचड़ा कर लगाया। अभी तक डोर टू डोर कचड़ा लेने की व्यवस्था नहीं हुई है इसके बाबजूद संपत्ति कर के साथ जबरन जनता से कचड़ा कर वसूला जा रहा है। ऐसे समय जब कई परिवारों ने कोरोना के कारण अपनों को खोया है। व्यापार बंद रहा या मजदूरों को मजदूरी नहीं मिला। फिर भी कचड़ा कर का भार डालना दुखती रग पर नमक छिड़कने जैसा है। जब तक कचड़ा संग्रहण की सुचारू व्यवस्था ना हों तब तक इसे स्थगित कर वापिस लिया जाना चाहिए अन्यथा जनता आपको माफ नहीं करने वाली…..
संपत्तिकर के साथ लगाया कचड़ा कर
ग्वालियर नगर निगम ने फिर कचड़ा कर लगाया। अभी तक डोर टू डोर कचड़ा लेने की व्यवस्था नहीं हुई है इसके बाबजूद संपत्ति कर के साथ जबरन जनता से कचड़ा कर वसूला जा रहा है। ऐसे समय जब कई परिवारों ने कोरोना के कारण अपनों को खोया है। व्यापार बंद रहा या मजदूरों को मजदूरी नहीं मिला। फिर भी कचड़ा कर का भार डालना दुखती रग पर नमक छिड़कने जैसा है। जब तक कचड़ा संग्रहण की सुचारू व्यवस्था ना हों तब तक इसे स्थगित कर वापिस लिया जाना चाहिए अन्यथा जनता आपको माफ नहीं करने वाली.....
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