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मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ्तार बढ़ती ही जा रही है। मंगलवार को जारी रिपोर्ट में इस साल पहली बार एक दिन में नए केस की संख्या 800 के पार हो गई। प्रदेश के 52 में से 44 जिलों में कुल 817 नए केस रिकॉर्ड किए गए हैं। इस दौरान खरगोन में एक कोरोना पॉजिटिव की मौत की पुष्टि हुई है।
अब प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख 70 हजार 208 तक पहुंच गई है, जबकि सक्रिय मरीज 5 हजार के पार 5 हजार 286 हो गए हैं। अब तक प्रदेश में कोरोना के कारण 3891 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। हालांकि राहत की बात है कि अब तक 2 लाख 61 हजार 31 लोग ठीक हो चुके हैं। सोमवार शाम तक मध्यप्रदेश में करीब 17 लाख लोगों को कोरोना की वैक्सीन भी लग चुकी थी। सोमवार को रिकॉर्ड 1 लाख 90 हजार से ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया।
भोपाल में 196, इंदौर में 256
भोपाल और इंदौर में हालात काबू में नहीं आ रहे हैं। बीते एक सप्ताह से लगातार यहां केस बढ़ रहे हैं। हालांकि मंगलवार को आई रिपोर्ट में भोपाल में सोमवार के मुकाबले 3 कम 196, जबकि इंदौर में 5 ज्यादा 264 नए केस सामने आए हैं। गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद भोपाल समेत कई जगहों पर कलेक्टर ने धारा 144 के तहत कुछ पाबंदियां लगाई हैं, लेकिन मुख्यमंत्री ने कुछ और सख्ती किए जाने के संकेत दिए हैं। इसके बाद एक बार फिर लॉकडाउन की संभावना बढ़ गई है। हालांकि यह पहले जैसा सख्त नहीं होगा, लेकिन इसमें भीड़ को जुटने पर कुछ सख्ती हो सकती है।
एक जनवरी के बाद पहली बार 800 के पार
बीते ढाई महीनों के आंकड़ों पर अगर नजर डाली जाए तो, 1 जनवरी को प्रदेश में सबसे ज्यादा एक 780 नए केस सामने आए थे, उसके बाद 15 मार्च को यह संख्या पहली बार 797 पहुंची थी। यह बीते ढाई महीने में सबसे ज्यादा थी। हालांकि मंगलवार को यह आंकड़ा 800 के पार निकल गया। इससे अब प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या पौने तीन लाख तक पहुंच गई है। हालात यह हैं कि 52 में से 44 जिलों में मंगलवार को कोरोना के नए संक्रमित मिले।
8 दिन में दोगुना हो गए केस
प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर शिवराज भी चिंता व्यक्त कर चुके हैं। बीते 8 दिन की बात की जाए तो यह संख्या करीब दोगुना हो गई है। 9 मार्च को प्रदेश में एक दिन में 457 नए केस आए थे, जो मंगलवार यानी 16 मार्च को 817 हो गए हैं। भोपाल और इंदौर में भी यही हालत हैं। 10 मार्च को भोपाल में नए केस एक दिन में 100 और इंदौर में 200 से कम थे। यह संख्या भोपाल में 200 के करीब और इंदौर में 300 के करीब पहुंच गई है।