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ग्वालियर। ऐतिहासिक ग्वालियर व्यापार मेला को खुद नगर निगम की बदसूरत करने में जुटा हुआ है.हालात यह है कि शहर भर के कचरे को मेला परिसर के अंदर डाला जा रहा है. यहां कचरे में करीब 1 महीने पहले लगाई गई आग और उससे उठ रहे धुएं के कारण आधा दर्जन से ज्यादा कॉलोनियों के लोग परेशान हैं. ग्वालियर व्यापार मेला के पूर्व पदाधिकारियों ने भी इसे लेकर प्रशासन और कमिश्नर सहित नगर निगम प्रबंधन को भी पत्र लिखा है. यहां बता दें कि 15 जनवरी से अब मेला प्रारंभ भी होने वाला है। इसके लिए एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने गत रोज ही ऐलान किया है।
दरअसल चार साल पहले नगर निगम ने इको ग्रीन कंपनी के साथ कचरे के प्रबंधन के लिए करार किया था. जिसके लिए शहर भर में सात लैंडफिल साइट को चुना गया था. इसमें एक साइट व्यापार मेला परिसर में भी बनाई गई थी. यहां कचरे को जमा करने के बाद उसका निस्तारीकरण भी किया जाना था. लेकिन कंपनी से करार खत्म हुए 6 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है.अभी भी यहां कचरा डंप हो रहा है. कुछ ही दिनों में यहां मेला भी आयोजित होगा. जिसमें कई सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं. साथ ही कारोबारी भी देशभर से आते हैं. लेकिन बदले हुए माहौल में लोगों का यहां कुछ समय रुकना भी दूभर है. गंदगी के कारण बदबू और मक्खी मच्छरों से आस-पास का माहौल इतना प्रदूषित हो चुका है कि इंद्रमणि नगर पंचशील नगर एमआईटीएस सहित भाऊ साहब एंक्लेव में रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारियों को जानकारी देने के बावजूद इस कचरे का निस्तारीकरण नहीं हो सका है.खास बात यह है कि इस मामले में नगर निगम का कोई भी अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं है.