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मध्य प्रदेश में दीवाली के बाद से कोरोना एक बार फिर से पैर पसार रहा है. बढ़ते कोरोना के मामलों ने एक बार फिर कंटेनमेंट जोन की वापसी करवा दी है. कोरोना की दूसरी लहर में मध्य प्रदेश के दो बड़े हॉटस्पॉट भोपाल और इंदौर में कंटेनमेंट जोन बनाये गए हैं. मध्य प्रदेश में एक बार फिर वही तस्वीर दिखने लगी है जो कोरोना संक्रमण के शुरुआती दिनों में दिखती थी. घरों और कॉलोनियों के बाहर बैरिकेड और उसकी कैद में संक्रमण खत्म होने तक एक-एक दिन बिताना.
जी हां, मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते एक बार फिर कंटेनमेंट जोन की वापसी हो गयी है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 5 तो वहीं इंदौर में 2 कंटेनमेंट जोन बनाये गए हैं. दरअसल, मध्य प्रदेश में पिछले दिनों कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है. मध्य प्रदेश में शुरुआती एक लाख मरीज का आंकड़ा पहुंचने में जहां छह महीने लगे थे तो वहीं 2 लाख का आंकड़ा पहुंचने में 70 दिन ही लगे हैं. यानी 6 महीने के मुकाबले सिर्फ 70 दिनों में कोरोना के मामले दोगुने हो गए हैं. 22 मार्च से 18 सितंबर तक 1 लाख मरीज मिले थे. वहीं 18 सितंबर से 27 नवंबर के बीच एक लाख मरीज और बढ़ गए.
मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा मामले इंदौर और भोपाल में ही सामने आ रहे हैं. इंदौर में अब तक 41,626 मामले सामने आए हैं तो भोपाल में 31,672 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं बात भोपाल की करें तो यहां अब कोलार क्षेत्र सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना हुआ है जहां भोपाल के कुल नए मामलों के करीब 25% मरीज सामने आए हैं. अब ठंड का मौसम आ गया है ऐसे में सावधानी की जरूरत ज्यादा है क्योंकि इन दिनों वायरस को अनुकूल परिस्थितियां ज्यादा देर तक मिलती है. ऐसे में देखना यह है कि सरकार की कोशिश के साथ-साथ लोग खुद जागरूक होकर वायरस को हराने में कितना योगदान देते हैं.