क्या सिंधिया को खुद पर जिताने का भरोसा नहीं?, शिवराज-तोमर पर निर्भर
कभी ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस के सिरमौर बनकर घूमने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया की हालत इन दिनों दूसरों पर निर्भर होने वाली हो गई है। आज के समय सिंधिया को खुद पर अपने समर्थकों को शायद जिताने तक का भरोसा नहीं है। इसलिए ही तो सीएम शिवराज और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ ही रैली कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव में अपने पूर्व प्रतिनिधि और भाजपा नेता केपी सिंह से करारी शिकस्त खाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने होली के समय जब कोरोना महामारी पैर पसार रही थी तक कांग्रेस की सूबे की बनी बनाई सरकार गिराकर भाजपा का…
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कभी ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस के सिरमौर बनकर घूमने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया की हालत इन दिनों दूसरों पर निर्भर होने वाली हो गई है। आज के समय सिंधिया को खुद पर अपने समर्थकों को शायद जिताने तक का भरोसा नहीं है। इसलिए ही तो सीएम शिवराज और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ ही रैली कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव में अपने पूर्व प्रतिनिधि और भाजपा नेता केपी सिंह से करारी शिकस्त खाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने होली के समय जब कोरोना महामारी पैर पसार रही थी तक कांग्रेस की सूबे की बनी बनाई सरकार गिराकर भाजपा का दामन थाम लिया था। कांग्रेस सरकार जब कोरोना को लेकर एलर्ट हो रही थी ऐसे में सरकार गिराना सिंधिया पर उंगली तक उठा गया, परंतु अतिमहत्वाकांक्षी सिंधिया ने जनता की परवाह किये बगैर भाजपा के टिकट पर राज्यसभा सीट हासिल तो कर ली। लेकिन कोरोना समय में जनता को उपचुनाव में झोंक दिया।
अब आज सिंधिया की स्थिति यह दिखाई दे रही है कि उन्हें शायद अपने समर्थकों को खुद के बूते पर जिताने तक का भरोसा नहीं है। हर रैली में शिवराज और नरेन्द्र सिंह के साथ पहुंच रहे है। उनके सबसे करीबी मुन्नालाल ने गत रोज सिंधिया की जगह नरेन्द्र सिंह से अपने चुनाव कार्यालय का उदघाटन भी कराया। लगता है समर्थक भी सिंधिया की स्थिति जानकर भाजपा नेतााओं से नजदीकियां बढ़ा रहे है, ताकि कैसे भी चुनावी समर पार किया जा सकें।
क्या सिंधिया को खुद पर जिताने का भरोसा नहीं?, शिवराज-तोमर पर निर्भर
कभी ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस के सिरमौर बनकर घूमने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया की हालत इन दिनों दूसरों पर निर्भर होने वाली हो गई है। आज के समय सिंधिया को खुद पर अपने समर्थकों को शायद जिताने तक का भरोसा नहीं है। इसलिए ही तो सीएम शिवराज और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ ही रैली कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव में अपने पूर्व प्रतिनिधि और भाजपा नेता केपी सिंह से करारी शिकस्त खाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने होली के समय जब कोरोना महामारी पैर पसार रही थी तक कांग्रेस की सूबे की बनी बनाई सरकार गिराकर भाजपा का…
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