फूल नहीं हाथ प्रेमी है बिहारी बाबू
जगत मामा के सबसे करीब आ चुके बिहारी बाबू राजनीति की अब हर गेंद पर छक्का जड़ना चाहते है। अब कल ही की बात है इंदौर पहुंचे बिहारी बाबू ने फिर हाथ के लोगों को कमल दल में आने का न्यौता दिया। अब समझ से परे है कि बिहारी बाबू को कमलियों पर भरोसा नहीं, जो बार-बार हाथ के कुशल कारीगरों को बुलाते है। पहले भी अरूण को बुलावा देकर अपने फजीते करा चुके बिहारी बाबू अब फिर हाथ नेताओं को ऑफर देकर कमल के सक्रिय कार्यकर्ताओं को क्या संदेश देना चाहते है। इंदौर जाकर हाथ नेताओं को आमंत्रण देकर…
User Rating: Be the first one !
जगत मामा के सबसे करीब आ चुके बिहारी बाबू राजनीति की अब हर गेंद पर छक्का जड़ना चाहते है। अब कल ही की बात है इंदौर पहुंचे बिहारी बाबू ने फिर हाथ के लोगों को कमल दल में आने का न्यौता दिया।
अब समझ से परे है कि बिहारी बाबू को कमलियों पर भरोसा नहीं, जो बार-बार हाथ के कुशल कारीगरों को बुलाते है। पहले भी अरूण को बुलावा देकर अपने फजीते करा चुके बिहारी बाबू अब फिर हाथ नेताओं को ऑफर देकर कमल के सक्रिय कार्यकर्ताओं को क्या संदेश देना चाहते है। इंदौर जाकर हाथ नेताओं को आमंत्रण देकर विपक्ष के निशाने पर आ चुके बिहारी बाबू के प्रति पार्टी नेताओं के स्टेण्ड का इंतजार है। जब से बिहारी बाबू जगत मामा के साथ रथ शेयर कर रहे है तब से ओव्हर कान्फिडेंस में घूम रहे है। देखना है हाथ नेता बिहारी बाबू के ओके के मायाजाल से कैसे निकलते है। लेकिन हाथ नेताओं को बार-बार ऑफर देकर बिहारी बाबू पर एक लाइन फिट बैठती है कि घर को सम्हालिये नहीं तो ना घर के रहेंगे और ना…. वैसे क्या खूब कही बिहारी बाबू।
खबरीलाल…
फूल नहीं हाथ प्रेमी है बिहारी बाबू
जगत मामा के सबसे करीब आ चुके बिहारी बाबू राजनीति की अब हर गेंद पर छक्का जड़ना चाहते है। अब कल ही की बात है इंदौर पहुंचे बिहारी बाबू ने फिर हाथ के लोगों को कमल दल में आने का न्यौता दिया। अब समझ से परे है कि बिहारी बाबू को कमलियों पर भरोसा नहीं, जो बार-बार हाथ के कुशल कारीगरों को बुलाते है। पहले भी अरूण को बुलावा देकर अपने फजीते करा चुके बिहारी बाबू अब फिर हाथ नेताओं को ऑफर देकर कमल के सक्रिय कार्यकर्ताओं को क्या संदेश देना चाहते है। इंदौर जाकर हाथ नेताओं को आमंत्रण देकर…
User Rating: Be the first one !