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ग्वालियर। विवादों में आई कासमो आनंद नगर की भूमि खरीदी में भी घालमेल की स्थिति सामने आ रही है। जिसमें पंजीयन विभाग की भूमिका भी संदेहास्पद कही जा सकती है। जिसका कारण इसमे मुद्रांक शुल्क की राशि का अलग अलग दर्ज होना है। वहीं किसानों ने भी इस भूमि का पूरा पैसा न दिये जाने की शिकायतें भी लगातार की जा रही है।
कासमो आनंद नगर को बनाने वाली सीपी डव्लहपर्स के प्र्रबंधकों द्वारा दिनांक 29 सितंबर 2011 में जिला ग्वालियर के उप पंजीयक कार्यालय में .617 हैक्टेयर भूमि का क्रय किया था। जिसको लेकर लिखे गये विक्रय पत्र में उक्त भूमि की कीमत 35 लाख रूपये होना बताई गई थी। जिसको लेकर उपपंजीयक कार्यालय के विक्रय पत्र की शुरूआत में मुद्रांक शुल्क 1 लाख 75 हजार रूपये अंकित किया गया था। वहीं इसके अलावा पंचायत शुल्क 35 हजार, उपकर शुल्क 8750 और अतिरिक्त शुल्क 50 हजार लिखते हुये कुल राशि 2 लाख 18 हजार रूपये दर्शाया गया था।
इसी विक्री पत्र के पीछे हस्त लिखित रूप से दर्ज हुये लेख में मुद्रांक शुल्क 9 लाख 40 हजार 400, निगम नगर पालिका शुल्क 1 लाख 88 हजार 100 रूपये, जनपद पंचायत शुल्क 4700 रूपये और अतिरिक्त शुल्क के रूप में 50 रूपये दर्शाये गये है। इस मामले में विक्रय पत्र पर भूमि की कीमत 35 लाख के हिसाब से दर्ज हुये मुद्रांक शुल्क की स्थिति स्पष्ट नहीं है। किसी भी विक्रय पत्र पर वर्ष 2012 तक मुद्रांक शुल्क 7.3 एवं अन्य शुल्क .8 प्रतिशत लगता था।
यह है क्रेत गण
सिरोल स्थित विवादित भूमि के क्रेता मैसर्स सीपी डव्ल्हपर्स के भागीदार प्रवीण शिवहरे, नवीन शिवहरे पुत्र चिरोंजीलाल शिवहरे निवासी गांधी नगर, बृजमोहन लडढा पुत्र स्व. पुरूषोत्तम दास निवासी आरपी कालोनी, अमृत माहेश्वरी पुत्र घनश्याम निवासी दुर्गापुरी, रोहित वाधवा पुत्र पीसी निवासी गांधी रोड, महेश भारद्वाज पुत्र एमएल निवासी ललितपुर कालोनी हैं।