Review Overview
वन विभाग द्वारा कैंसर पहाड़ी पर बनाए जा रहे 50 हेक्टेयर भूमि में नगर वन और चित्रकूटधाम को मिलाकर 7.4 किलोमीटर का फारेस्ट वॉकिंग ट्रैक बनाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इस ट्रैक के बनने से सुबह घूमने के लिए आने वाले लोगों को फारेस्ट सफारी का आंनद मिलेगा। साथ ही चित्रकूटधाम में रहने वाले पक्षियों का कलराव सुनकर मन भी स्वस्थ रहेगा।
कैंसर हॉस्पिटल पर सुबह हजारों की संख्या में लोग घूमने आते हैं। लेकिन इस जगह पर वॉकिंग ट्रैक नहीं होने के कारण कुछ लोग सड़क पर ही घूमकर वापस चले जाते थे तो कुछ जंगल के रास्ते बने पगडंडियों पर चले जाते हैं। लोगों की सुविधा एवं हरियाली को देखते हुए वन विभाग ने चित्रकूटधाम के सामने की बंजर पहाड़ी पर पौधरोपण कर वहां पर अन्य सुविधाएं देकर नगरवन को विकसित करने का प्रस्ताव रखा है। इसके लिए वनविभाग ने दूसरे चरण का कार्य प्रारंभ कर दिया है। नगर वन में लोगों के लिए घूमने एवं आराम करने के साथ ही उनकी सुरक्षा और पार्किंग के लिए भी व्यवस्था की गई है।
नगरवन में बनेंगे दो गेट
नगरवन में चार पहिया और दो पहिया वाहनों के आने और जाने के लिए दो गेट बनाएं जा रहे हैं। इनमें से एक गेट वाहनों के आने और दूसरा गेट वाहनों के जाने के लिए बनाया जाएगा। यहां पर लोग आसानी से अपने वाहन पार्किंग में गाड़ी पार्क कर सैर का आंनद ले सकेंगे।
यह सुविधा रहेंगे नगरवन में
नगर वन में वनविभाग द्वारा सुलभ शौचालय, पार्किंग और योगास्थल की व्यवस्था की गई है।
सुरक्षा के लिए रहेगा गार्ड
वाहनों एवं नगरवन की सुरक्षा के लिए वनविभाग द्वारा 24 घंटे चौकीदार की व्यवस्था भी की जाएगी। चौकीदार के लिए अलग से गार्डरूम भी बनाया जा रहा है।
यह कार्य होने हुए प्रारंभ
वनविभाग ने नगरवन में बाउंड्रीबॉल और गेट बनाने का कार्य प्रारंभ कर दिया है। गेट का कार्य 50 प्रतिशत से अधिक हो चुका है। वहीं पार्किंग के लिए जमीन का भी समतलीकरण कर दिया गया है। वहीं वॉकिंग ट्रैक बनाने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया है।
चित्रकूटधाम में बनाया वाकिंग ट्रेक
चित्रकूटधाम में वनविभाग ने 3.4 किलोमीटर का वाकिंग ट्रैक तैयार कर दिया है, साथ ही नगरवन में भी 4 किलोमीटर का वाकिंग ट्रैक बनाया जा रहा है।
4 हेक्टेयर में बनेगा पितृवन
वनविभाग ने नगरवन में 4 हेक्टेयर जगह पितृवन के लिए छोड़ी जाएगी। पितृवन में लोग अपने पूर्वजों की याद में आकर पौधरोपण कर सकते हैं।
चित्रकूटधाम में होगी तारफेंसिग
चित्रकूटधाम में वनविभाग द्वारा तारफेंसिंग का कार्य किया जा रहा है। इस तारफेंसिंग के बाद यहां पर जानवरों का घुसना बंद हो जाएगा।
15 हजार ही लगे हैं अभी पौधे
वनविभाग को नगरवन विकसित करने के लिए 33 हजार पौधों का रोपण करना था, लेकिन इस बारिश में वनविभाग महज 15000 पौधों का ही रोपण कर सका है।