मुश्किल में मंत्री की कुर्सी! शैक्षणिक योग्यता के जांच की मांग
ग्वालियर। सूबे की महिला एंव बाल विकास मंत्री इमरती देवी की आने वाले समय में मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि ग्वालियर हाईकोर्ट के अधिवक्ता ने उनकी शैक्षणिक योग्यता पर सवाल करते हुए शिकायत दर्ज कराई है. शिकायतकर्ता ने भारत निर्वाचन आयोग, राज्य चुनाव आयोग, मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव से की है और उनकी शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच की मांग उठाई है. अधिवक्ता का आरोप है कि उन्होंने साल 2018 भरे हलफनामे में भितरवार से 12वीं पास होना बताया था. वहीं 2013 और 18 में भिंड जिले के एक स्कूल से 12वीं पास होना बताया है. जिसको लेकर मुख्य चुनाव आयोग, एमपी…
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ग्वालियर। सूबे की महिला एंव बाल विकास मंत्री इमरती देवी की आने वाले समय में मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि ग्वालियर हाईकोर्ट के अधिवक्ता ने उनकी शैक्षणिक योग्यता पर सवाल करते हुए शिकायत दर्ज कराई है. शिकायतकर्ता ने भारत निर्वाचन आयोग, राज्य चुनाव आयोग, मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव से की है और उनकी शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच की मांग उठाई है.
अधिवक्ता का आरोप है कि उन्होंने साल 2018 भरे हलफनामे में भितरवार से 12वीं पास होना बताया था. वहीं 2013 और 18 में भिंड जिले के एक स्कूल से 12वीं पास होना बताया है. जिसको लेकर मुख्य चुनाव आयोग, एमपी चुनाव आयोग और सीएम कमलनाथ के साथ प्रमुख सचिव एमपी से उनके शैक्षणिक योग्यता के दस्तावेजों के जांच की मांग की है. दरअसल गणतंत्र दिवस पर मंत्री इमरती देवी सीएम के संदेश का वाचन नहीं पढ़ पाई थीं. अधूरा पढ़ने के बाद उन्होंने इस संदेश को पढ़ने के लिए कलेक्टर भरत यादव को निर्देश दिए थे जिसके बाद उन्होंने ही इसे पूरा पढ़ा था. वहीं इस मामले को लगातार विपक्ष उन पर सवाल उठा रहा है तो सत्ता पक्ष भी लगातार उनका बचाव कर रहा है.
मुश्किल में मंत्री की कुर्सी! शैक्षणिक योग्यता के जांच की मांग
ग्वालियर। सूबे की महिला एंव बाल विकास मंत्री इमरती देवी की आने वाले समय में मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि ग्वालियर हाईकोर्ट के अधिवक्ता ने उनकी शैक्षणिक योग्यता पर सवाल करते हुए शिकायत दर्ज कराई है. शिकायतकर्ता ने भारत निर्वाचन आयोग, राज्य चुनाव आयोग, मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव से की है और उनकी शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच की मांग उठाई है. अधिवक्ता का आरोप है कि उन्होंने साल 2018 भरे हलफनामे में भितरवार से 12वीं पास होना बताया था. वहीं 2013 और 18 में भिंड जिले के एक स्कूल से 12वीं पास होना बताया है. जिसको लेकर मुख्य चुनाव आयोग, एमपी…
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