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भोपाल। मध्यप्रदेश के चुनावी दंगल से पहले मची भगदड़ ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को चिंतित कर दिया है. यही वजह है कि उन्होंने दो टूक कह दिया कि पार्टी छोड़ी तो छोड़ेंगे नहीं. साथ ही उन्होंने संभाग स्तर के पदाधिकारियों से धमकी भरे लहजे में कहा कि कार्यकर्ताओं या पदाधिकारियों के दहलीज से बाहर कदम रखने पर जैसे भी हो रोक लगायें. पूर्व बीजेपी विधायक सुनील मिश्रा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में पूर्व विधायक सुनील मिश्रा ने घर वापसी की. बीजेपी से पहले वह कांग्रेस में थे. मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ओझा ने बताया कि सुनील मिश्रा को कमलनाथ ने पार्टी की सदस्यता दिलायी. इसके अलावा जबलपुर के सिहोरा से भाजपा नेता खिलाड़ी सिंह ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है. दतिया के सेवड़ा के कुछ नेता भी पार्टी में शामिल हुए. इससे पहले कांग्रेस कार्यालय में कमलनाथ की उपस्थिति में सीहोर जिले के बुधनी से युवा नेता अर्जुन आर्य, गोटेगांव के पूर्व विधायक शेखर चौधरी और बसपा से चुनाव लड़ चुके बीएम तिवारी ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी. ये नेता अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हुए.
दरअसल, सियासी घमासान से पहले ही बीजेपी में उठापटक मची हुई है. चौथी बार कांग्रेस को मात देने का दम भरने वाली बीजेपी में उसके ही नेता विरोधियों का दामन थामते नजर आ रहे हैं. जो चुनावी समर में बीजेपी के लिये एक बड़ी चुनौती बन सकते हैं. पार्टी में कद्दावर नेताओं के इस्तीफा देने का तो जैसे दौर चल रहा हो. जो उसके लिये मुश्किलों का सबब बना हुआ है. अब तक कई दिग्गजों ने पार्टी से इस्तीफा दिया है.