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ग्वालियर के ग्रामीण डिजिटल स्कूल पूरे देश के लिये प्रेरणादायी: उप राष्ट्रपति

* 76 ग्रामीण स्कूलों में 100 डिजिटल कक्षाओं का उप राष्ट्रपति ने किया शुभारंभ ग्वालियर । उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा शिक्षा के क्षेत्र में गाँव एवं शहर के अंतर को कम करने के लिये साझा प्रयासों की जरूरत है। ग्वालियर जिले में हुए ग्रामीण डिजिटल स्कूलों जैसे नवाचार इस अंतर को कम करने में महती भूमिका निभा सकते हैं। ग्वालियर के ग्रामीण डिजिटल स्कूलों का यह मॉडल पूरे देश के लिए प्रेरणादायी है। श्री नायडू ग्वालियर में ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों की डिजिटल कक्षाओं के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उप राष्ट्रपति ने रिमोट…

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* 76 ग्रामीण स्कूलों में 100 डिजिटल कक्षाओं का उप राष्ट्रपति ने किया शुभारंभ
ग्वालियर । उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा शिक्षा के क्षेत्र में गाँव एवं शहर के अंतर को कम करने के लिये साझा प्रयासों की जरूरत है। ग्वालियर जिले में हुए ग्रामीण डिजिटल स्कूलों जैसे नवाचार इस अंतर को कम करने में महती भूमिका निभा सकते हैं। ग्वालियर के ग्रामीण डिजिटल स्कूलों का यह मॉडल पूरे देश के लिए प्रेरणादायी है। श्री नायडू ग्वालियर में ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों की डिजिटल कक्षाओं के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उप राष्ट्रपति ने रिमोट कंट्रोल से जिले के 76 सरकारी स्कूलों की 100 डिजिटल कक्षाओं का शुभारंभ किया।
ग्वालियर जिले में ग्रामीण डिजिटल स्कूलों की स्थापना स्थानीय सांसद एवं केन्द्रीय पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की पहल पर मुस्कान ड्रीम्स फाउण्डेशन एवं हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के सहयोग से की गई है। शनिवार को यहाँ मेला परिसर स्थित फैसिलिटेशन सेंटर में आयोजित हुए शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय मंत्री पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने की। इस अवसर पर प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, महापौर विवेक नारायण शेजवलकर, विधायक भारत सिंह कुशवाह व जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा भुजवल सिंह यादव व हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के सीईओ सुनील दुग्गल बतौर विशिष्ट अतिथि मंचासीन थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप राष्ट्रपति श्री नायडू ने कहा कि डिजिटल स्कूलों के इस छोटे से कार्यक्रम ने देश को महत्वपूर्ण एवं बड़ा संदेश दिया है। ग्वालियर जिले के ग्रामीण विद्यार्थी अब डिजिटल तरीके से विज्ञान व गणित की पढ़ाई करेंगे। हमें इससे आत्मिक आनंद की अनुभूति हो रही है। यह प्रोजेक्ट सिद्ध करता है कि नवाचार के माध्यम से हम नए भारत के निर्माण की ओर तेजी से कदम बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा गाँवों से शहरों की ओर पलायन बढ़ा है। अन्य बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ गुणवत्तायुक्त शिक्षा की कमी भी पलायन का बहुत बड़ा कारण है। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने भी आजादी के बाद कहा था कि गाँव की ओर चलो। हम सभी को उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर गाँवों में ऐसे नवाचार करने की जरूरत है, जिससे गाँवों में आकर्षण बढ़े और शहरों की ओर पलायन रूके। इसके लिए केवल सरकार पर निर्भर न रहकर निजी क्षेत्र, बुद्धिजीवी एवं मुस्कान फाउण्डेशन की तरह अन्य संगठनों को भी आगे आना होगा।
उप राष्ट्रपति श्री नायडू ने कहा कि खुशी की बात है ग्रामीण डिजिटल स्कूलों के इस कार्यक्रम को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया गया है। अटलजी ने देश में विकास के प्रवाह को नया आयाम दिया। उनका मानना था कि समग्र विकास के लिए कनेक्टिविटी जरूरी है। इसीलिए अटलजी की सरकार द्वारा रेल, हाईवे, वायु व पोर्ट कनेक्टिविटी के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया गया। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से हर गाँव को बारहमासी सड़कों से जोड़ा। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर के राष्ट्रीय राजमार्ग बनवाए। श्री नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी क्रांतिकारी निर्णय लेकर न्यू इंडिया के निर्माण के लिए डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया का नारा दिया है। ऐसे में ग्वालियर का “मेरा स्कूल डिजिटल स्कूल” का नारा भी विशेष प्रासंगिक है। हम सबको नए भारत के निर्माण के लिए रिफॉर्म, परफॉर्म एवं ट्रांसफॉर्मेशन पर फोकस करने की जरूरत है। श्री नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वच्छता, बेटी बचाओ, पेड़ बचाने के लिये भी आंदोलन शुरू किए हैं। ये सभी आंदोलन तभी सार्थक होंगे, जब ये जन आंदोलन का रूप लेंगे।
उप राष्ट्रपति श्री नायडू ने इस अवसर पर आहवान किया कि हम सबको अपनी अच्छी परंपराओं पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें जीवन में पाँच बिंदुओं का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। हम सब अपनी माँ, जन्मभूमि, मातृभाषा, मातृदेश व गुरू का सदैव स्मरण रखें और इनके प्रति आदर का भाव भी रखें। श्री नायडू ने ग्वालियर में ग्रामीण डिजिटल स्कूलों की स्थापना के लिये केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड और मुस्कान ड्रीम्स फाउण्डेशन को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दीं। आरंभ में उप राष्ट्रपति श्री नायडू सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत उदबोधन मुस्कान फाउण्डेशन के नीलेश खरे द्वारा दिया गया। मुस्कान फाउण्डेशन के अभिषेक दुबे ने डिजिटल स्कूलों की कार्य पद्धति पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में उप राष्ट्रपति सहित सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। इंदौर से आए ख्याति प्राप्त कलाकार वाजिद खान ने नेल आर्ट से उप राष्ट्रपति श्री नायडू का विशाल चित्र बनाया है। कार्यक्रम में यह चित्र श्री नायडू को भेंट किया गया। डिजिटल स्कूलों के शुभारंभ कार्यक्रम में स्कूल चलें हम अभियान पर लघु फिल्म दिखाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ एवं समापन राष्ट्रगान से हुआ।

* 76 ग्रामीण स्कूलों में 100 डिजिटल कक्षाओं का उप राष्ट्रपति ने किया शुभारंभ ग्वालियर । उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा शिक्षा के क्षेत्र में गाँव एवं शहर के अंतर को कम करने के लिये साझा प्रयासों की जरूरत है। ग्वालियर जिले में हुए ग्रामीण डिजिटल स्कूलों जैसे नवाचार इस अंतर को कम करने में महती भूमिका निभा सकते हैं। ग्वालियर के ग्रामीण डिजिटल स्कूलों का यह मॉडल पूरे देश के लिए प्रेरणादायी है। श्री नायडू ग्वालियर में ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों की डिजिटल कक्षाओं के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उप राष्ट्रपति ने रिमोट…

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