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ग्वालियर। ग्वालियर में सपाक्स नेता 2 सितम्बर को सांसद अनूप मिश्रा को काले झंडे तक नहीं दिखा पाए थे। एक बार फिर ऐसा ही कुछ देखने को मिला। इस बार सांसद को काले झंडे दिखाने सपाक्स नेता उनके घर गए थे और कुछ ही देर बाद सांसद के रंग में रंग गए और चाय नाश्ता करके वापस लौट आए। उन्होंने सांसद से जवाब ही नहीं लिया कि अध्यादेश जब पेश हुआ तो उन्होंने इसका विरोध क्यों नहीं किया। परंतु सांसद अनूप मिश्रा ने अपने ही अंदाज में सभी की बात सुनी और फिर दोस्ताना माहौल बनाकर सभी को चाय नाश्ता कराया। साथ ही भरोसा भी दिलाया कि वह उनकी बात को उचित मंच पर उठाकर साथ देंगे।
9 सितम्बर को क्या हुआ
मुरैना से भाजपा सांसद अनूप मिश्रा के सिंधी कॉलोनी ग्वालियर स्थित निवास पर सपाक्स के नेताओं का एक दल काले झंडे दिखाने और उनका घेराव करने गया था। यहां पहुंचकर उन्होंने प्रदर्शन भी शुरू किया, परंतु कुछ देर बाद सांसद सामने आए और प्रदर्शनकारी नेता सांसद मिश्रा के पीछे पीछे चलने लगे। पलक झपकते ही माहौल दोस्ताना था। चाय नाश्ता चलने लगा। सभी ने समोसे बड़े चांव से खाये।
सांसदों से क्यों नाराज है समाज
दरअसल, यह घेराव कार्यक्रम सवर्ण समाज का है जिसमें सपाक्स भी शामिल हैं। एससी एसटी एक्ट के दायरे में आने वाली सभी जातियों के संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं। वो अपनी जाति के सांसदों का घेराव कर रहे हैं और सवाल कर रहे हैं कि जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश को निष्प्रभावी करने वाला अध्यादेश संसद में आया था तब उन्होंने विरोध क्यों नहीं किया।