नेपाल की राजधानी काठमांडू में भयानक भूकंप, 6.1 की तीव्रता से हिली धरती

नेपाल की राजधानी काठमांडू में रविवार को 6.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप के झटके सुबह 7.39 बजे महसूस किए गए है. भूकंप के झटके बागमती और गंडकी प्रांतों में भी महसूस किए गए हैं. भूकंप के किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है. राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र ने बताया कि भूकंप का केंद्र धाडिंग जिले में था.

तिब्बती और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने के साथ स्थित होने के कारण नेपाल में भूकंप असामान्य नहीं हैं. ये प्लेटें हर सदी में एक-दूसरे के करीब दो मीटर तक चली जाती हैं, जिससे दबाव बनता है और बाद में भूकंप आते हैं. कुछ दिन पहले ही 16 अक्टूबर को नेपाल के सुदुरपश्चिम प्रांत में 4.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था. नेपाल को 2015 में 7.8 तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप और उसके बाद के झटकों का सामना करना पड़ा, जिसमें लगभग 9,000 लोगों की जान चली गई.

हर तरफ मच गई चीख-पुकार

इसके अलावा, भूकंप के हल्के झटके बिहार के कई जिलों में भी महसूस किए गए, जिनकी सीमा नेपाल से लगती है. लोगों ने सुबह भूकंप महसूस होने की जानकारी दी है. भीषण भूकंप की वजह से आम लोगों में अफरा तफरी मच गई. लोग घरों से निकलकर भागने लगे. हर तरफ चीख-पुकार का माहौल हो गया. हालांकि, अभी तक किसी नुकसान की खबर सामने नहीं आई है.
पिछले 10 सालों में नेपाल में कई बड़े भूकंप के झटके आए हैं. राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक,

25 अप्रैल, 2015 को काठमांडू के पास 7.8 तीव्रता का एक बड़ा भूकंप आया. इस घटना में बड़े स्तर पर तबाही मची, जिससे लगभग 9,000 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हो गए.
12 मई 2015 को 7.3 तीव्रता का एक और बड़ा भूकंप आया, इस बार डोलखा में. इससे अतिरिक्त जनहानि हुई और क्षेत्र में समग्र विनाश बढ़ गया.
2015 के बाद के वर्षों में, नेपाल में 5 से 6 तीव्रता वाले कई भूकंप आए हैं. इन घटनाओं से देश के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग स्तर की क्षति और जीवन की हानि हुई है.